जनसंख्या सदियों से आज़ादी की अंगीकार करते रहे हैं। यह लालसा समय के साथ मजबूत होती गई और अंततः आधुनिक युग में एक तेज़ आंदोलन का रूप ले ली। देश की आजादी के लिए लड़ने वाले लोग सभी जीवन को समर्पित कर छोड़ दिए.
- युद्ध
- शहीदवीरों
आजादी|मुक्ति का सपना अंततः पूरा. आज हम उनके लोगों को मान के साथ वंदना करते हैं।
यह क्रांतिकारी विचारधारा
वे विचारधारा बहुत परिवर्तनकारी है। यह check here प्रतिष्ठा समाज पर गहरा होगा। वह विचारधारा सभी लोगों को उत्साहित करती है क्योंकि यह नया दृष्टिकोण प्रदान करती है।
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- वे विचारधारा भविष्य के लिए एक रोशनी है।
भारतीय गणराज्य की उत्पत्ति
भारतीय लोकतंत्र की जड़ें प्राचीन भारत में है। वर्तमान भारतीय लोकतंत्र एक प्रणाली है जो जनता के हितों पर आधारित है। इसका इतिहास सदियों पुरानी है और महान विचारकों द्वारा निर्मित किया गया था। भारत में लोकसत्ता का इतिहास पुराना है और यह पद्धति ने भारतीय समाज को आकार दिया है।
जनता का अधिकार शासन में
एक सच्ची लोकतंत्र में, प्रशासन जनता का होता है। यह बात हमेशा याद रखनी ज़रूरी है कि दौलत जनता के हाथों में होनी चाहिए और उसे जनता द्वारा ही नियंत्रित होना चाहिए। जनता को निर्वाचन में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए ताकि सरकार लोगों की इच्छाओं के अनुरूप काम करे।
- लोग
- न्यायपूर्ण
- कानूनी
सत्य, सच्चाई, वास्तविकता न्याय और प्रेम की पुकार
यह आजकल, आज भी, इन दिनों का एक अद्भुत, गूंजदार, ज़ोरदार वाक्य, आह्वान, पुकार है जो हर किसी के दिल, ह्रदय, मन में धड़कता, गूंजता, सुनाई देता है. यह हमारे, हमारा, उसका भविष्य, पथ, मार्ग को साफ़, स्पष्ट, उज्जवल बनाने का प्रयास, अनुरोध, आग्रह है. यह मानवता, समाज, दुनिया के लिए एक आशा, संदेश, प्रेरणा है जो हमें एक साथ लाता, जोड़ता, संगठित करता है और सकारात्मक, उज्ज्वल, शानदार भविष्य की ओर ले जाता है. यह हमारे लिए एक निरंतर, स्थायी, दीर्घकालिक प्रतिज्ञा, संकल्प, वचन है।
आजादप्रजा-पाट : एक नयी प्रगति
यह आज के युग में एक महत्वपूर्ण विषय है। हमारे राष्ट्र की राजनीतिक स्थिति में निरंतर परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। यह परिवर्तन हमें उन्नत दृष्टिकोण की ओर ले जा रहा है। आजादप्रजा-पाट का उद्देश्य यह है कि हम अपने राष्ट्र को एक प्रगतिशील राज्य में बदलाव दे सकें।
यह संकल्पना हमें सामूहिकता की भावना से जोड़ती है।